कालीघाट मंदिर कोलकाता का एक प्रमुख मंदिर है जो मां काली को समर्पित है और उन्हें मां दुर्गा की उग्र रूप मानी जाती है. यह मंदिर कोलकाता का एक बहुत ही पौराणिक और प्रसिद्ध मंदिर जो हिंदू धर्म के 51 शक्तिपीठों में गिना जात है . यहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु मां काली का दर्शन करने आते हैं . इस मंदिर का बहुत ही प्राचीन इतिहास है और धार्मिक महत्व है . यदि आप कोलकाता घूमने जा रहे हैं तो कालीघाट मंदिर घूमने जरूर जाएं , ऐसे में मैं आप सभी को इस लेख के माध्यम से बताने वाला हूं की आप कैसे कोलकाता का प्रसिद्ध कालीघाट मंदिर कैसे जाएं.
कालीघाट मंदिर का धार्मिक महत्व
कालीघाट मंदिर का एक पौराणिक कथा है कहा जात है कि कालीघाट मंदिर वह स्थान है जहां मां सती के शरीर का एक अंग ( दाहिनी पैर की अंगुली ) इसी स्थान पर गिरा था जिसके कारण इस स्थान को शक्तिपीठ जाना जाता है . मां काल का यह रूप राक्षसों और उपद्रवियों के लिए काफी उग्र और संहारक है लेकिन उनके भक्तों के लिए सदैव प्रेम और करूंगा का प्रतीक है . कालीघाट मंदिर की मूर्ति सभी काली माता की मंदिरों से काफी अलग है . इस मंदिर में मां काली की जीभ soen से बनी हुई है जो उनके उग्र रूप को दर्शाता है . कालीघाट मंदिर सनातन धर्म के लोगों के लिए बहुत ही पवित्र और आस्था से भरपूर है .
कालीघाट मंदिर में पूजा और दर्शन का समय
कालीघाट मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए नियमित रूप से पूजा और दर्शन की व्यवस्था है . जहां प्रतिदिन हजारों भक्त मां काली का पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं . प्रतिदिन मंदिर का कपाट सुबह 5:00 बजे खुलता और हर दिन रात 10:30 बजे बंद हो जाता है . प्रतिदिन मां काली के विभिन्न रूपों में पूजा अर्चना की जाती है, ऐसे में यहां मंदिर के आरती और पूजा का समय निर्धारित है जिसका समय कुछ इस प्रकार है:
- मंगला आरती : सुबह 4:00 बजे
- दोपहर की पूजा : 12:00 बजे से 2:00 बजे के बीच
- शाम की आरती : शाम 7:00 बजे
त्योहारों और किसी विशेष अवसर पर कालीघाट मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है. खासकर दुर्गा पूजा के समय कालीघाट मंदिर में काफी ज्यादा भीड़ होती है और मां काली की दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है .
कालीघाट मंदिर कैसे पहुंचे | Kalighat Mandir Kolkata Kaise Jaaye
यदि आप भारत के अन्य राज्यों से कोलकाता का कालीघाट मंदिर में दर्शन करने जान चाहते हैं तो वहां पहुंचने के लिए विभिन्न यातायात की सुविधाएं उपलब्ध है. आप चाहे तो रेल मार्ग से भी आ सकते हैं , हवाई मार्ग से भी आ सकते हैं और सड़क मार्ग से भी आ सकते हैं आपको जिसमे सहूलियत हो उससे आप आसानी से कालीघाट मंदिर तक पहुंच सकते हैं .
- हवाई मार्ग से कालीघाट मंदिर कैसे पहुंचे
यदि आप हवाई मार्ग से कोलकाता के कालीघाट मंदिर में दर्शन करने आना चाहते हैं तो आप भारत के किसी भी हवाई अड्डे से कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तक पहुंच सकते हैं जो कालीघाट मंदिर के सबसे करीबी हवाई अड्डा है जो मंदिर से लगभग 25 किलोमीटर दूर है . हवाई अड्डा पूछने के बाद आपको वहां से आसानी से टैक्सी, कैब और निजी वाहन से मंदिर तक पहुंच सकते हैं जहां से आपको लगभग 45 मिनट का समय लगेगा जो की निर्भर करता है शहर के ट्रैफिक पर .
- रेल मार्ग से कालीघाट मंदिर कैसे पहुंचें
यदि आप कोलकाता के कालीघाट मंदिर रेल मार्ग से पहुंचा चाहते हैं तो आप आसानी से वहां पहुंच सकते हैं . भारत सभी मुख्य रेलवे स्टेशनों से कोलकाता के लिए प्रतिदिन कई रेल गाड़ियां आती हैं जिससे आप भी आ सकते हैं. कोलकाता में दो प्रमुच रेलवे स्टेशन है
- हावड़ा रेलवे स्टेशन : यह रेलवे स्टेशन कालीघाट मंदिर से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है . और आपलोग जानते भी होंगे की हवारा रेलवे स्टेशन भारत के सबसे बड़े और व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में से एक है जहां प्रतिदिन कई रेल गाड़ियां भारत के विभिन्न राज्यों से आती है और जाति हैं .
- सिल्दा रेलवे स्टेशन : यह रेलवे स्टेशन कालीघाट मंदिर से लगभग 7 किलोमीट की दूरी पर है जहां पहुंच कर आप आसानी से किसी टैक्सी और कैब से मंदिर तक पहुंच सकते हैं . आप चाहें तो मेट्रो से भी कालीघाट मंदिर तक पहुंच सकते हैं, इन दोनो रेलवे स्टेशनों से कालीघाट मंदिर के लिए मेट्रो ट्रेनें जाति हैं .
- सड़क मार्ग द्वारा कालीघाट मंदिर कैसे पहुंचे
कोलकाता भारत के अन्य राज्यों और शहरों से सड़क मार्ग से अच्छी तरह से स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे से जुड़ा हुआ है जहां आप आसानी से अपने निजी वाहन का किसी सरकारी और गैर सरकारी बसों से कोलकाता पहुंच सकते हैं. भारत में कई सारी ऐसी कंपनियां हैं जो कोलकाता के लिए बसें चलाई हैं जिनसे आप सड़क मार्ग से आसानी से कोलकाता पहुंच सकते हैं . कोलकाता में ऑटो रिक्शा और टैक्सियां से आसानी से मिल जाती है और इसके अलावा सरकारी बस सेवाएं भी मंदिर तक पहुंचने का अच्छा साधन है . कोलकात के विभिन्न क्षेत्रों से कालीघाट मंदिर तक के लिए बसें आती जाती हैं .
- कोलकाता मेट्रो से कालीघाट मंदिर तक कैसे पहुंचे
कालीघाट मंदिर तक पहुंचने के लिए कोलकाता मेट्रो सबसे बढ़िया और सस्ता साधन है जिससे आप आसानी से कालीघाट मंदिर तक पहुंच सकते हैं . कोलकाता मेट्रो नियमित रूप से शहर के प्रमुख जगहों को कवर करती है. कालीघाट मंदिर का sabse निकटतम मेट्रो स्टेशन है कालीघाट मेट्रो स्टेशन जो ब्लू लाइन पर स्थित है और मेट्रो से कालीघाट मंदिर तक आप आसानी से पैदल चल कर जा सकते हैं .
कालीघाट मंदिर क्यों प्रसिद्ध है?
कालीघट मंदिर कोलकाता माँ काली का एक विचित्र मंदिर है जो 52 शक्तिपीठों में से एक है और माँ दुर्गा का एक रौद्र रूप है । यहाँ दर्शन करने से लोगों की मनोकामना पूरी होती है और उनके ऊपर माँ का आशीर्वाद बना रहता है ।
कालीघाट में सती का कौन सा भाग गिरा था?
कालीघट मंदिर में माँ सती के दाहिने पैर की उंगलियाँ गिरी थी जिसके कारण यह मंदिर शक्तिपीठों में आता है ।
क्या कालीघाट मंदिर में मोबाइल की अनुमति है?
नहीं , कालीघाट मंदिर में मोबाईल ले जाने की अनुमति नहीं है ।